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Kannauj Lok Sabha Elections 2024: BSP की हाथी गाड़ी लोकसभा सीट पर तेज़ी से नहीं बढ़ी; अब तक BSP ने इस सीट पर जीत नहीं हासिल की

Kannauj Lok Sabha Election 2024: लोकसभा सीट पर BSP कार हाथी खूब दौड़ा, लेकिन रफ्तार नहीं मिली। जिला बनाने से लेकर BSP सुप्रीमो Mayawati ने कई दिग्गजों को हाथी का महावत बनाया, लेकिन कोई दूसरे तो कोई तीसरे स्थान पर रहा।

कन्नौज संसदीय सीट पर BSP का अभी तक खाता नहीं खुला। इस बार फिर BSP का प्रत्याशी मैदान में है। नतीजा क्या होगा यह चार जून को मतगणना के बाद ही मालूम होगा। BSP सुप्रीमो मायावती ने वर्ष 1996 में लोकसभा चुनाव में भगवानदीन कुशवाहा को मैदान में उतारा था। वह तीसरे स्थान पर रहे।

वर्ष 1997 में सियासी फायदा देखकर Mayawati ने कन्नौज को जिला घोषित कर एक बार फिर वर्ष 1998 में भगवानदीन कुशवाहा को मौका दिया, लेकिन सफलता नहीं मिली।

Mulayam Singh के खिलाफ BSP ने सुघर सिंह पर लगाया था दांव

वर्ष 1999 में Mulayam Singh के खिलाफ BSP ने सुघर सिंह पाल को खड़ा किया। इस बार भी तीसरे स्थान पर BSP को संतोष करना पड़ा। वर्ष 2000 में Mulayam Singh के इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव में Akhilesh Yadav पहली बार सपा से चुनाव लड़े। इस बार Mayawati ने दिग्गज नेता अकबर अहमद डंपी को मैदान में उतारा।

दिलचस्प मुकाबला हुआ और BSP तीसरे पायदान से उठकर दूसरे पर आई। इसके बाद वर्ष 2004 में बसपा के राजेश सिंह, 2009 में BSP से डॉ. महेश चंद्र वर्मा ने कांटे का चुनाव लड़ा, लेकिन Akhilesh Yadav को जीत मिली। BSP प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहे।

इसके बाद वर्ष 2012 में हुए उप चुनाव में डिंपल निर्विरोध सांसद बनी। वर्ष 2014 में BSP का प्रदर्शन कमजोर रहा और तीसरे स्थान पर आ गई। लोकसभा सीट पर वर्ष 1996 से लेकर 2014 तक कुल चार बार BSP प्रत्याशी तीसरे और तीन बार दूसरे स्थान रहे, लेकिन जीत हासिल नहीं हुई। शहर में रहने वाले दिग्गज BSP नेता नौशाद अली और नरेंद्र कुशवाहा की रणनीति यहां कभी काम नहीं आई।

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